भारत में लाखों लोग हर महीने ₹25,000 से ₹30,000 तक की सैलरी पर अपना परिवार चलाते हैं। मिडिल क्लास फैमिली के लिए यह रकम ठीक-ठाक है, लेकिन बढ़ते खर्च और महंगाई के बीच बचत करना और सही बजट बनाना चुनौती बन जाता है।
लेकिन अगर आप सही बजट प्लानिंग (Budget Planning) और मनी मैनेजमेंट (Money Management) सीख लेते हैं, तो ₹25,000 सैलरी में भी न सिर्फ खर्च मैनेज कर सकते हैं बल्कि अच्छी-खासी सेविंग भी कर सकते हैं।
इस गाइड में हम आपको स्टेप-बाय-स्टेप बताएंगे कि कैसे ₹25,000 महीने की सैलरी को स्मार्ट तरीके से मैनेज किया जा सकता है।
पहला कदम: सैलरी को श्रेणियों में बांटना
सबसे पहला नियम है कि सैलरी को अलग-अलग श्रेणियों में बांटें। इसके लिए 50-30-20 रूल या 70-20-10 रूल फॉलो कर सकते हैं।
👉 50-30-20 रूल
- 50% – जरूरी खर्च (किराया, राशन, बिजली-पानी, EMI)
- 30% – Lifestyle (मनोरंजन, बाहर खाना, शॉपिंग)
- 20% – Savings & Investment
👉 ₹25,000 सैलरी पर 50-30-20 का विभाजन
- 50% = ₹12,500 (ज़रूरी खर्च)
- 30% = ₹7,500 (लाइफस्टाइल)
- 20% = ₹5,000 (बचत और निवेश)
दूसरा कदम: जरूरी खर्चों की लिस्ट बनाना
मिडिल क्लास परिवार में सबसे बड़े खर्च होते हैं:
- 🏠 किराया / होम लोन EMI = ₹6,000–₹8,000
- 🥦 राशन और किचन खर्च = ₹4,000–₹5,000
- 💡 बिजली-पानी-गैस = ₹1,500–₹2,000
- 📱 मोबाइल/इंटरनेट = ₹500–₹800
- 🚌 ट्रैवल/पेट्रोल = ₹2,000–₹3,000
👉 कुल = लगभग ₹12,500 (जो आपकी सैलरी का 50% है)
तीसरा कदम: Lifestyle खर्च कंट्रोल करना
₹7,500 आपके पास लाइफस्टाइल खर्च के लिए बचते हैं। इसमें शामिल हो सकते हैं:
- बाहर खाना – ₹2,000
- शॉपिंग – ₹2,000
- मनोरंजन (Movies/OTT) – ₹1,500
- छोटे-मोटे खर्च – ₹2,000
👉 टिप्स:
- बाहर खाने की जगह घर पर पकाएँ।
- सेल और डिस्काउंट का फायदा लें।
- फालतू सब्सक्रिप्शन कैंसिल करें।
चौथा कदम: Savings & Investment
₹25,000 सैलरी में भी ₹5,000 बचाना जरूरी है।
आप इसे इस तरह बांट सकते हैं:
- ₹2,000 – Emergency Fund (बैंक FD/Recurring Deposit)
- ₹1,500 – SIP (Mutual Funds)
- ₹1,000 – PPF/EPF/LIC
- ₹500 – Gold Investment/Digital Gold
👉 धीरे-धीरे आपकी छोटी बचत बड़ी रकम में बदल जाएगी। यही है Compound Growth की ताकत।
उदाहरण: मासिक बजट प्लान ₹25,000 सैलरी पर
| श्रेणी | राशि (₹) | प्रतिशत |
|---|---|---|
| ज़रूरी खर्च | 12,500 | 50% |
| लाइफस्टाइल खर्च | 7,500 | 30% |
| सेविंग्स & इन्वेस्ट | 5,000 | 20% |
अतिरिक्त टिप्स
- कैश एनवलप सिस्टम अपनाएँ – हर खर्च के लिए अलग लिफाफा/UPI अकाउंट।
- डेबिट कार्ड इस्तेमाल करें – क्रेडिट कार्ड से कर्ज का खतरा।
- सेलरी का ऑटो-डिडक्शन – हर महीने सेविंग्स पहले निकाल लें।
- लक्ष्य तय करें – 1 साल में ₹60,000 बचत का टारगेट।
- Side Income बनाएं – Freelancing, Blogging, Part-Time Work।
निष्कर्ष
₹25,000 सैलरी छोटी नहीं है, बस सही मैनेजमेंट की ज़रूरत है।
अगर आप 50-30-20 नियम अपनाते हैं और थोड़ी-सी सेविंग और इन्वेस्टमेंट पर ध्यान देते हैं, तो आप न सिर्फ खर्च चला सकते हैं बल्कि एक Financially Secure Future भी बना सकते हैं।
👉 याद रखें – पैसा कमाना जरूरी है, लेकिन सही तरीके से मैनेज करना उससे भी ज्यादा जरूरी है।
