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इमरजेंसी फंड कैसे बनाएं – मिडल क्लास के लिए जरूरी गाइड

इमरजेंसी फंड आपकी आर्थिक सुरक्षा का पहला कदम है। चाहे नौकरी चली जाए, मेडिकल इमरजेंसी हो, या अचानक कोई खर्च आ जाए – यह फंड आपको बिना कर्ज के हालात संभालने में मदद करता है।

क्यों जरूरी है इमरजेंसी फंड?

  1. अप्रत्याशित खर्च से बचावमेडिकल इमरजेंसी, घर की रिपेयर, या वाहन खराब होना।
  2. बिना कर्ज समाधानलोन या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं।
  3. मानसिक शांतियह जानकर कि जरूरत पड़ने पर पैसे मौजूद हैं।

कितना होना चाहिए इमरजेंसी फंड में?
आमतौर पर 3 से 6 महीने के मासिक खर्च जितनी राशि। अगर आपका मासिक खर्च ₹30,000 है, तो कम से कम ₹90,000 से ₹1,80,000 तक होना चाहिए।

कैसे शुरू करें?

  1. छोटे लक्ष्य तय करेंशुरुआत में ₹5,000 या ₹10,000 जमा करने का टारगेट।
  2. अलग खाता खोलें ताकि यह पैसा रोजमर्रा के खर्च में न निकले।
  3. ऑटोमैटिक सेविंग सेट करेंहर महीने सैलरी से तय राशि सीधे सेविंग अकाउंट में जाए।
  4. अनावश्यक खर्च कम करेंफालतू सब्सक्रिप्शन, बाहर खाने या शॉपिंग को सीमित करें।

कहां रखें इमरजेंसी फंड?

  • हाई-इंटरेस्ट सेविंग अकाउंट
  • फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)
  • लिक्विड म्यूचुअल फंड

गलतियों से बचें

  • शेयर मार्केट या हाई रिस्क निवेश में न लगाएं।
  • इमरजेंसी फंड को यात्रा या लक्जरी खरीद के लिए इस्तेमाल न करें।

निष्कर्ष
इमरजेंसी फंड कोई विलासिता नहीं, बल्कि जीवन का एक जरूरी सुरक्षा कवच है। आज ही शुरुआत करें और हर महीने थोड़ा-थोड़ा जोड़ते जाएं।

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