कुछ साल पहले तक विदेश यात्रा या लग्जरी वेकेशन लेना केवल हाई-इनकम ग्रुप तक सीमित था, लेकिन अब भारत के मिडल क्लास परिवार भी दुनिया घूमने के सपने पूरे कर रहे हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह है ट्रैवल लोन या पर्सनल लोन फॉर ट्रैवल का आसान उपलब्ध होना। आज बैंक और फिनटेक कंपनियां बिना ज्यादा कागजी कार्रवाई के, कम समय में ट्रैवल के लिए फंड उपलब्ध करा रही हैं।
ट्रैवल लोन की बढ़ती लोकप्रियता के कारण
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सोशल मीडिया का प्रभाव
इंस्टाग्राम, फेसबुक और यूट्यूब पर ट्रैवल व्लॉग देखकर लोग नए डेस्टिनेशन घूमने की प्रेरणा पा रहे हैं। -
आसान EMI विकल्प
पहले बड़ी रकम जुटाना मुश्किल होता था, लेकिन अब बैंक और फिनटेक कंपनियां यात्रा खर्च को आसान किस्तों में बांटकर लोन दे रही हैं। -
कम ब्याज दरें और ऑफर्स
फेस्टिव सीजन या स्पेशल ट्रैवल ऑफर्स में ब्याज दरें और प्रोसेसिंग फीस कम हो जाती है। -
"अभी घूमो, बाद में चुकाओ" मानसिकता
युवा पीढ़ी अनुभवों को संपत्ति से ज्यादा महत्व देती है। वे चाहते हैं कि यादें अभी बनाई जाएं और पेमेंट बाद में हो।
मिडल क्लास के लिए फायदे
- सपनों की यात्रा पूरी करना – सालों इंतजार करने की बजाय लोन लेकर तुरंत यात्रा करना संभव हो जाता है।
- कैश फ्लो मैनेजमेंट – पूरे खर्च को एक बार में देने की जरूरत नहीं, EMI में भुगतान हो जाता है।
- अचानक की यात्राएं – शादी, हनीमून या फैमिली गेट-टुगेदर जैसे मौकों पर तुरंत यात्रा प्लान की जा सकती है।
संभावित जोखिम और चुनौतियां
- ब्याज का बोझ – लंबे समय में चुकाने पर ब्याज रकम काफी बढ़ सकती है।
- EMI का दबाव – अगर पहले से लोन या EMI चल रही हो, तो ट्रैवल लोन अतिरिक्त बोझ बन सकता है।
- अत्यधिक खर्च की प्रवृत्ति – "क्रेडिट" के भरोसे जरूरत से ज्यादा खर्च करने की आदत पड़ सकती है।
समझदारी से ट्रैवल लोन लेने के टिप्स
- बजट तय करें – यात्रा का प्लान अपने आर्थिक सामर्थ्य के हिसाब से बनाएं।
- लो-इंटरेस्ट लोन चुनें – अलग-अलग बैंकों और NBFCs के ब्याज दरों की तुलना करें।
- केवल जरूरी खर्च के लिए लोन लें – लग्जरी के बजाय जरूरी चीजों पर फोकस करें।
- इंश्योरेंस प्लान लें – ट्रैवल के दौरान अनहोनी से बचाव के लिए इंश्योरेंस जरूरी है।
निष्कर्ष
मिडल क्लास में ट्रैवल लोन की बढ़ती प्रवृत्ति एक सामाजिक बदलाव का संकेत है, जहां लोग अनुभवों और यादों को प्राथमिकता दे रहे हैं। हालांकि, वित्तीय अनुशासन बनाए रखना और लोन का समझदारी से इस्तेमाल करना जरूरी है, ताकि यात्रा का आनंद आर्थिक बोझ में न बदल जाए।