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RBI MPC Meeting October 2025: Repo Rate Decision, Policy Stance & Market Impact

 भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की Monetary Policy Committee (MPC) की हर बैठक से अर्थव्यवस्था को दिशा मिलती है—क्योंकि यह ब्याज दरों, नकदी प्रबंधन और आर्थिक वृद्धि को नियंत्रित करती है।

1 अक्टूबर 2025 की MPC बैठक में देशभर की निगाहें ब्याज दर के फैसले पर टिकी थीं। अधिकांश अर्थशास्त्रियों की मान्यता थी कि RBI इस बार अपने repo rate = 5.50% को बरकरार रखेगा।

नीचे हम इस बैठक के निर्णय, पृष्ठभूमि, अर्थव्यवस्था पर असर और आने वाले संकेतों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।


 MPC Meeting का Decision: क्या हुआ?

  • Repo Rate: 5.50% पर स्थिर रखा गया।
  • Policy Stance: Neutral बनाए रखा गया।
  • लॉजिक: मौजूदा आर्थिक संकेत, inflation का नीचे रहना और GST कटौती जैसे fiscal reforms को ध्यान में रखते हुए।

इसका मतलब है कि MPC ने बाजार को संकेत दिया है कि अगर ज़रूरत पड़ी, तो आगे रियायती कदम उठाए जा सकते हैं, लेकिन अभी rate cut नहीं किया गया।


 पृष्ठभूमि: क्यों Decision महत्वपूर्ण था?

1. Inflation & Price Trends

  • CPI inflation अगस्त में ~2.7% पर था—बहुत नीचे RBI के लक्ष्य (~4%) से। 
  • Recent GST rationalisation और rate cuts ने अनुमान है कि कीमतों पर दबाव कम होगा। 

2. Growth Outlook

  • Q1 FY26 GDP बढ़कर 7.8% आई, जो बेहतर प्रदर्शन को दर्शाती है।
  • लेकिन global headwinds, अमेरिकी tariffs और currency weakness ने चिंता बढ़ाई। 

3. External Pressures

  • अमेरिकी निर्यात पर 50% tariffs और रुपए की गिरावट ने RBI की चुनौतियों को बढ़ाया। 
  • मुद्रा नियंत्रण और विदेशी पूँजी प्रवाह पर दबाव।


 Market Reaction & Sectoral Impact

  • Sensex और Nifty दोनों सत्र की शुरुआत में सकारात्मक रहे, क्योंकि संभावित rate hold की उम्मीद थी। 
  • Auto, pharma जैसे sectors में उत्साह दिखा, जबकि IT / metals में दबाव रहा। 
  • Banking और real estate sectors विशेष रूप से sensitive हैं rate announcements पर।


 क्या आगे की राह क्या हो सकती है?

  1. Rate cut का अवसर
    कुछ विश्लेषक मान रहे हैं कि दिसंबर MPC में 25 basis point cut हो सकता है। 

  2. Transmission का महत्व
    यदि RBI rate cut करे भी, बैंकिंग system में वो बदलाव ग्राहकों तक पहुँचने में समय लगेगा।

  3. Liquidity & Tools
    RBI ने revised liquidity framework अपनाया है — WACR (overnight call rate) को operating target बनाना।

  4. Watch for Governor’s Speech
    गवर्नर का भाषण अक्सर आगे की monetary policy hint देता है।


 निष्कर्ष

RBI की MPC बैठक ने 5.50% रेपो रेट को बरकरार रखा और नीति को Neutral रखा। यह निर्णय economic signals, inflation trends और external challenges को ध्यान में रखते हुए लिया गया।

अगर आप किसी कर्जदार या निवेशक हैं, तो यह समय है कि आप अपने financial plan को adjust करें — observing rate cuts का मौका और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

👉 आगे की MPC बैठक और governor commentary पर नज़र रखें — यह अगले कुछ महीनों में interest rates की दिशा तय करेगी।

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