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Sustainable Investing क्या है? ESG Funds से कमाएँ पैसा और बचाएँ पर्यावरण (2025 गाइड)

 आज के समय में सिर्फ पैसा कमाना ही काफी नहीं है — लोग अब यह जाना चाह रहे हैं कि उनके निवेश से पर्यावरण (Environment), सामाजिक न्याय (Social Justice) और संचालन की पारदर्शिता (Governance) पर क्या असर पड़ता है। यही वजह है कि Sustainable Investing या ESG Investing तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

ESG से मतलब है Environment, Social, Governance — यानी ऐसे प्रदर्शन वाले कंपनियों में निवेश करना जो पर्यावरण की सुरक्षा करें, समाज के प्रति जिम्मेदार हों और संचालन (Corporate Governance) पारदर्शी और ethical हो।

इस लेख में हम जानेंगे:

  1. ESG Investing क्या है और कैसे काम करता है
  2. भारत में ESG Funds की स्थिति (विकल्प, AUM, लोकप्रियता)
  3. ESG निवेश के फायदे और जोखिम
  4. कैसे चुनें सही ESG फंड
  5. भविष्य की संभावनाएँ


1. ESG Investing क्या है और कैसे काम करता है?

  • Environment (पर्यावरण): प्रदूषण नियंत्रण, कार्बन उत्सर्जन कम करना, नवीकरणीय ऊर्जा अपनाना, कचरा प्रबंधन आदि। 
  • Social (सामाजिक): कामगारों का भला, श्रम कानूनों का पालन, समुदायों में योगदान देना, Diversity & Inclusion। 
  • Governance (प्रशासन): कॉरपोरेट पारदर्शिता, शेयर धारकों का अधिकार, board structure, audit practices आदि।

कैसे काम करते हैं ESG Funds:

  1. Screening process — कुछ कंपनियाँ जैसे हथियार, तंबाकू, शराब आदि को बाहरी (exclude) कर दिया जाता है।
  2. Positive/Best-in-class चयन — जिन कंपनियाँ ESG में अच्छे प्रदर्शन कर रही हैं, उन्हें रहकर निवेश किया जाए।
  3. निरंतर निगरानी (Monitoring) — ESG रिपोर्टिंग, BRSR (Business Responsibility & Sustainability Reporting) जैसी रिपोर्टों से यह सुनिश्चित किया जाता है कि ESG मानदंडों का पालन हो रहा है।


2. भारत में ESG Funds की स्थिति

  • SEBI (भारतीय बाजार नियामक) ने ESG रिपोर्टिंग को बढ़ावा दिया है। 
  • मार्च 2024 में भारत के ESG Funds की कुल AUM लगभग ₹9,753 करोड़ थी, जो कुछ वर्षों पहले अपेक्षाकृत बहुत कम थी।

    कुछ प्रमुख ESG फंड हैं:
    • SBI Magnum Equity ESG Fund
    • Axis ESG Equity Fund 
    • ICICI Prudential ESG Funds आदि

  • हालाँकि, कुछ चुनौतियाँ हैं: निवेशकों की भागीदारी कम हो जाए, greenwashing की समस्या, डेटा की विश्वसनीयता आदि।


3. ESG निवेश के फायदे

  • लंबे समय में स्थिर रिटर्न: ESG मानकों को पूरा करने वाली कंपनियाँ अक्सर बेहतर भविष्य-प्रबंधन करती हैं, जोखिम कम होता है।
  • जोखिम कम करना (Risk Mitigation): पर्यावरणीय या सामाजिक विवादों से बचाव, शासन की कमियों से ड्रामा नहीं।
  • नैतिक संतोष (Ethical Satisfaction): आपके निवेश से समाज और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव होता है।
  • Regulatory Push: सरकार और नियामक (SEBI) ESG रिपोर्टिंग को बाध्य कर रहे हैं, जिससे पारदर्शिता बढ़ रही है।


4. जोखिम और चुनौतियाँ

  • Greenwashing: कुछ फंड केवल नाम के ESG होते हैं, लेकिन व्यवहारिक मानदंडों की कमी होती है।
  • डेटा की कमी और असंगत रिपोर्टिंग: विश्वसनीय ESG डेटा हमेशा उपलब्ध नहीं होता। 
  • रिटर्न में उतार-चढ़ाव: जब मार्केट कठिन होता है, ESG Funds की परफॉर्मेंस प्रभावित हो सकती है।
  • कम लिक्विडिटी और महंगी फीस: कुछ ESG फंड के प्रबंधन खर्च (expense ratio) ज़्यादा होता है।


5. ESG Funds में निवेश कैसे करें? स्मार्ट रणनीति

  1. अपने निवेश उद्देश्य तय करें — क्या आप सिर्फ ethical निवेश चाहते हैं, या financial रिटर्न भी महत्वपूर्ण है?
  2. ESG स्कोर और रिपोर्टिंग देखें — देखें कि फंड कितने प्रतिशत companies चुनता है जो ESG नियमों का पालन करते हैं।
  3. फी और cost structure जांचें — Expense ratio, ट्रांज़ैक्शन शुल्क आदि।
  4. Diversification करें — कई ESG फंड या अन्य funds के साथ मिश्रण करें, ताकि जोखिम कम हो।
  5. लंबी अवधि के लिए निवेश करें — ESG investing में समय लगता है, short-term expectations कम रखें।


6. भविष्य की संभावनाएँ

  • भारत में ESG निवेश में वृद्धि की प्रवृत्ति है। SEBI और अन्य संस्थाएँ ESG रिपोर्टिंग और मानदंडों को सुदृढ़ कर रही हैं। 
  • युवा निवेशक और पर्यावरण के प्रति जागरूक ऑडियंस इस दिशा में बढ़ रही है।
  • ESG-Debt Instruments (Social Bonds, Sustainability Bonds) जैसे विकल्प बढ़ेंगे।


निष्कर्ष

“Sustainable Investing” केवल एक ट्रेंड नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों की निवेश की नई दिशा है।

अगर आप चाहें कि आपका निवेश न केवल पैसा कमाए बल्कि समाज और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव डाले, तो ESG Funds को देखना चाहिए।

लेकिन हमेशा ध्यान रखें कि ESG शब्द सिर्फ देरी से नहीं होना चाहिए — सही रिपोर्टिंग, पारदर्शिता, और निवेश उद्देश्यों के साथ मिलकर इसे अपनाएँ।

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